दे दो विदाई।

 प्रेयसी,

दे दो विदाई,

आख़िरी मुलाक़ात की,

तुम कहाँ मैं कहाँ रहूंगा,

क़िस्मत के नए बनाएं आशियां में रहूंगा,

वो बातें याद रखूंगा,

पहली मुलाक़ात की,

कैसे मैं रहूंगा तेरे बिन,

जो आदत हो चुकी है,

तेरे संग जीने की,

कैसे मैं भुला दूंगा वो बातें एहसास की,

उस स्पर्श को कैसे भुलाऊंगा,

वो हाथों की छुअन पहली मुलाक़ात की।

क्रमशः...।

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